कार टायर में दरार आ रही है? ये हैं कारण और तुरंत करने योग्य उपाय!

By Rajan Singh

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कार टायर में दरार

अगर आप कार, बाइक या स्कूटर के मालिक हैं, तो कार टायर में दरार का ख्याल रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह वाहन के लिए खतरनाक हो सकती है। अक्सर लोग टायर घिस जाने के बावजूद उन्हें चलते रहते हैं, लेकिन कई बार टायरों में दरारें भी दिखने लगती हैं। यह दरारें सिर्फ दिखने में ही खराब नहीं होतीं, बल्कि ये आपके वाहन के लिए खतरनाक भी साबित हो सकती हैं।

आइए जानते हैं कि टायर में दरारें कब आती हैं, उन्हें देखकर क्या करना चाहिए और कैसे अपनी कार के टायर की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है।

कार टायर में दरार कहां आती हैं?

ज्यादातर टायर की साइड वॉल (side wall) पर दरारें दिखाई देती हैं।

  • ये दरारें कभी छोटी और हल्की, तो कभी बड़ी और गहरी होती हैं।
  • अगर टायर में दरार है तो हवा जल्दी कम होने लगती है और बार-बार हवा भरवानी पड़ती है।
  • टायर की उम्र बढ़ने के साथ ये दरारें ज्यादा स्पष्ट हो जाती हैं।

उदाहरण: 5 साल से ज्यादा पुराने टायर में साइड वॉल पर दरारें दिखना सामान्य है। नए टायर में भी अगर कम चलाया गया है तो रबड़ सूखने लगती है और हल्की दरारें बन सकती हैं।

दरारें क्यों आती हैं?

कार टायर में दरार कई कारणों से हो सकती हैं:

  1. मौसम का असर:
    • तेज गर्मी या सर्दी से रबड़ का फैलाव और सिकुड़ाव होता है।
    • सूर्य की UV किरणें रबड़ को जल्दी सुखा देती हैं।
  2. पुराने टायर या कम लाइफ वाले टायर:
    • अधिकांश टायर 4–5 साल तक सुरक्षित रहते हैं।
    • Michelin, MRF जैसे ब्रांड के टायर में औसतन 50,000–60,000 km तक durability होती है।
  3. पंचर या अन्य क्षति:
    • सड़क पर तेज पत्थर या कील टायर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  4. टायर बनाने की प्रक्रिया में दोष:
    • कभी-कभी manufacturing defect के कारण भी दरारें जल्दी दिख सकती हैं।
  5. कम चलाने से टायर खराब होना:
    • अगर कार या बाइक बहुत कम चलती है, तो रबड़ सूख जाती है।
    • धीरे-धीरे हल्की दरारें बन जाती हैं।

उदाहरण: भारत में लगभग 20–25% टायरों में 5 साल की उम्र तक किसी न किसी प्रकार की साइड वॉल दरारें दिखाई देती हैं।

क्या कार टायर में दरार होने पर मरम्मत संभव है?

एक बार कार टायर में दरार आने के बाद मरम्मत संभव नहीं होती

  • दरारें साइड वॉल पर होती हैं और वहां की मरम्मत कारगर नहीं होती।
  • इसलिए कोई भी कंपनी या पंचर शॉप ऐसे टायर की मरम्मत नहीं कर पाती।

नोट: यदि टायर tread area में damage हो, तो सिर्फ वही patch/repair किया जा सकता है, लेकिन साइड वॉल दरारों में नहीं।

टायर की जांच कैसे करें (DIY Step-by-Step)

टायर की नियमित जांच से आप समय रहते किसी बड़े हादसे से बच सकते हैं।

Tools Required:

  • Torch / Flashlight
  • Tread depth gauge
  • Marker या chalk

Step-by-Step:

  1. Visual Inspection:
    • टायर को अच्छी रोशनी में देखें।
    • साइड वॉल पर छोटे-छोटे फटने, रेखाएं या गहरी दरारें देखें।
  2. Hose Pressure Check:
    • हवा कम होने पर टायर जल्दी खत्म हो सकता है।
    • हर 15 दिन में pressure gauge से जांच करें।
  3. Tread Depth Measurement:
    • Tread depth < 1.6 mm हो तो टायर बदलें।
    • Side wall cracks के लिए gauge का इस्तेमाल नहीं, visual check जरूरी है।
  4. Surface Touch:
    • हाथ से टायर को महसूस करें, अगर रबड़ सख्त या brittle हो तो तुरंत बदलें।

कार टायर में दरार के प्रकार

दरार की प्रकारSeverityRepairable?Immediate Action
हल्की दरार (Hairline)LowNo1–3 महीनों तक इस्तेमाल, फिर replace
गहरी दरार (Deep)HighNoतुरंत replace
तार दिखाई दे रहीVery HighNoतुरंत replace, सुरक्षित नहीं

टायर की sidewall, tread और bead area को अलग-अलग रंगों में दिखाएं और दरार severity को highlight करें।

दरार आने पर क्या करें?

  1. हल्की दरारें:
    • थोड़े समय तक चलाया जा सकता है, पर नियमित जांच जरूरी।
    • Recommended: हर 1–2 महीनों में check।
  2. गहरी या बड़ी दरारें:
    • टायर को तुरंत कंपनी के सर्विस सेंटर पर दिखाएं।
    • एक्सपर्ट टायर की पूरी जांच करेंगे।
    • अगर टायर वारंटी में है, तो बदलवाना आसान है।

Brands guide:

  • Michelin / MRF / Apollo: आमतौर पर 5 साल तक सुरक्षा, 50,000–60,000 km Cost: Car tires ₹4,000–₹12,000, Bike ₹1,000–₹3,500 (brand & size पर निर्भर)

निष्कर्ष

कार टायर में दरार हल्के संकेत नहीं हैं। समय पर जांच और जरूरत पड़ने पर टायर बदलना आपके और वाहन की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। हल्की दरारें शुरुआती चेतावनी हैं, जबकि बड़ी या गहरी दरारें तुरंत कार्रवाई का संकेत देती हैं। टायर की साल में कम से कम 2–3 बार जांच करें और मौसम बदलाव पर भी ध्यान दें।

FAQ – कार टायर में दरार

Q1: क्या हल्की दरार वाले टायर अभी भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं?

हाँ, अगर दरारें बहुत छोटी हैं तो कुछ समय तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं। Recommended: हर 1–2 महीनों में जांच करें।

Q2: टायर में दरार आने पर क्या तुरंत बदलना चाहिए?

अगर दरारें गहरी या बड़ी हैं, या धातु के तार दिखाई दें, तो तुरंत बदलें।

Q3: क्या टायर की मरम्मत संभव है?

नहीं, साइड वॉल की दरारों की मरम्मत संभव नहीं होती।

Q4: दरार आने से पहले किन संकेतों पर ध्यान दें?

बार-बार हवा कम होना, टायर की रबड़ सूखना और सतह पर छोटे-छोटे फटने या लाइनें दिखना।

Q5: टायर कितनी frequently जांचें?

हर महीने कम से कम 1 बार, और लंबी यात्रा या मौसम बदलाव से पहले जरूर जांचें।

Q6: सर्दी और गर्मी में टायर कैसे maintain करें?

सर्दी: Pressure 2–3 PSI ज्यादा रखें, ताकि ठंड से hardening न हो।
गर्मी: Direct sunlight में लंबा park न करें, UV protectant spray इस्तेमाल करें।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और मार्गदर्शन के लिए है। वाहन के टायर या किसी भी तकनीकी समस्या के लिए हमेशा कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर या क्वालिफाइड मेकेनिक से संपर्क करें। लेखक या वेबसाइट किसी भी नुकसान या दुर्घटना के लिए जिम्मेदार नहीं है।

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मैं राजन सिंह हूँ – Gadiwalebhaiya.com का लेखक और कंटेंट क्रिएटर। इस वेबसाइट का मकसद है आपको कारों की दुनिया से जुड़ी हर जरूरी जानकारी आसान भाषा में पहुँचाना। यहाँ आपको मिलेंगे लेटेस्ट कार न्यूज़, SUV और EV अपडेट्स, लग्ज़री कार रिव्यू और प्राइस कम्पैरिजन, ताकि आप अपनी अगली कार खरीदने का फैसला समझदारी से ले सकें।

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